कैब ड्राइवरों से कंपनी ने की लाखों की ठगी, चार साल बाद केस
Gurugram News Network – कंपनी में कैब लगाने व रोजाना 3 से 4 हजार रुपए की आमदनी कराने की लालच देकर कैब ड्राइवरों से लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। यह ठगी करीब चार साल से चल रही है। कैब ड्राइवरों ने आरोप लगाया कि इसकी शिकायत जब भी उन्होंने स्थानीय थाना पुलिस को दी है तभी पुलिस मौके पर पहुंचकर कंपनी अधिकारियों से सांठगांठ कर लेती है और मोटी रिश्वत खाकर कोई कार्रवाई नहीं करती। इसकी शिकायत वह तत्कालीन पुलिस कमिश्नर को भी कर चुके थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब दोबारा इसकी शिकायत पुलिस को दी गई है। उद्योग विहार थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में संजय ने बताया कि वह ओला में कैब चलाते थे। आए दिन होने वाली परेशानी के कारण उन्हें ड्यूटी पर कम और ओला कार्यालय में शिकायतों के निपटारे के लिए ज्यादा रहना पड़ता था। इसी दौरान उनकी नजर ओला कार्यालय के पास बने इंडियन ऑटो केयर कंपनी के बोर्ड पर पड़ी। यहां पूछताछ करने पर उन्हें बताया गया कि ओला कैब की तर्ज पर एक लाख रुपए लेकर यह कंपनी नई गाड़ी ड्राइवरों को उपलब्ध कराती है। शेष राशि किश्तों में देनी होती है। इसके साथ ही प्रतिदिन तीन से चार हजार रुपए की बुकिंग भी इसी कंपनी द्वारा दी जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने कंपनी के अधिकारी भारत शर्मा से बात करने के बाद करीब एक लाख रुपए साल 2019 में कंपनी में जमा करा दिए। यहां उन्हें करीब दो दर्जन से ज्यादा लोग ऐसे मिले जिन्होंने भी इसी तरह से कंपनी में एक से ढाई लाख रुपए तक जमा कराए थे। आरोप है कि रुपए लेने के बाद उन्हें एक सप्ताह में कैब दिए जाने की बात कही, लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। वह रुपए वापस मांगने लगे तो कंपनी के गेट पर मौजूद बाउंसरों द्वारा उनसे अभद्रता की जाने लगी और कंपनी में प्रवेश करने से रोका जाने लगा।
आरोप है कि वह इस बारे में एकत्र होकर कंपनी के कार्यालय पर एकत्र हुए थे और पुलिस को भी बुलाया था। उस वक्त तो स्थानीय थाना पुलिस ने एक सप्ताह में रुपए वापस कराए जाने का आश्वासन दिया था,लेकिन एक सप्ताह बाद थाना पुलिस भी कंपनी के अधिकारियों की बोली बोलने लगे। इस बारे में उन्होंने तत्कालीन पुलिस आयुक्त को भी शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसके बाद से वह लगातार पुलिस को शिकायतें देते आ रहे हैं। संजय ने मार्च महीने में पुलिस को शिकायत देकर स्थानीय थाना पुलिस पर कंपनी प्रबंधन के साथ मिलीभगत करने व रिश्वत लेने के आरोप लगाते हुए डीसीपी को शिकायत दी थी। इस मामले की एसीपी द्वारा जांच की गई जिसके बाद इसे अब उद्योग विहार थाना पुलिस को भेजकर केस दर्ज कराया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में तथ्य सामने आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।